मध्यप्रदेश की महिलाओं को पेड़ लगाने पर मिलेंगे 2 साल तक पैसे, स्व सहायता समूह की महिलाएं भी शामिल

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मध्यप्रदेश विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) पर ‘Women of Tree’ अभियान इस बार एक बेहद खास और नई पहल की जा रही है। पर्यावरण को लेकर जहां बातें बहुत होती हैं, वहीं अब बैतूल जिले की महिलाएं इसे ground level पर अपनी मेहनत और जज़्बे से सच कर दिखाएंगी। सरकार की इस योजना का मकसद सिर्फ पौधारोपण नहीं, बल्कि महिलाओं को nature guardian के तौर पर खड़ा करना भी है।

इस खास अभियान के तहत पौधे सिर्फ महिलाएं ही लगाएंगी और खास बात यह कि उनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी उन्हीं पर होगी। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती सरकार इन महिलाओं को 2 साल तक हर महीने 100 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी देगी। 

Women of Tree अभियान

इस अभियान की सबसे खास बात यह है कि प्रत्येक पौधा किसी महिला द्वारा ही लगाया जाएगा और उसकी देखरेख का पूरा डेटा उनके नाम से ऑनलाइन रिकॉर्ड किया जाएगा। जी हां, सभी पौधों की Geo-tagging होगी ताकि उनकी growth को डिजिटल रूप से मॉनिटर किया जा सके।

सरकार ने तय किया है कि हर महिला को कम से कम 10 पौधों की देखभाल करनी होगी यानी एक महिला, 10 ज़िंदगियों की संरक्षक बनेगी। 

महिलाओं को मिलेगी जिम्मेदारी और सम्मान

Women of Tree अभियान को AMRUT 2.0 और DAY-NULM योजना के सहयोग से क्रियान्वित किया जा रहा है। इसमें बैतूल जिले के 45 स्व-सहायता समूहों की 360 महिलाओं ने हिस्सा लिया है। नगर पालिका बैतूल की DAY-NULM शाखा के सिटी मैनेजर हंशराज मस्तकर बताते हैं कि यह एक registered योजना है जो भारत सरकार के Women for Tree campaign के तहत चल रही है।

महिलाएं इन पौधों की पूरी care करेंगी और 2 साल तक उनकी watering, protection और monitoring का काम करेंगी। इस दौरान सरकार उन्हें हर महीने incentive के तौर पर 100 रुपए देगी जिससे वे financially भी empowered होंगी।

बैतूल जिले में कितने पौधे लगेंगे

बैतूल जिले में कुल 2,382 पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। सबसे ज़्यादा पौधारोपण सारनी (577 पौधे) और बैतूल (560 पौधे) में होगा। बाकी के पौधे अन्य ब्लॉकों जैसे मुलताई, आठनेर आदि में लगाए जाएंगे, जहां 100 से 200 पौधे लगने की योजना है। अभियान की शुरुआत 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर की गई है और यह धीरे-धीरे पूरे जिले में फैलाया जाएगा।

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जहां एक तरफ इस अभियान से पर्यावरण को संजीवनी मिलेगी, वहीं दूसरी ओर महिलाएं प्रकृति की रक्षक बनकर न सिर्फ पेड़ बचाएंगी, बल्कि समाज में अपनी भूमिका को और मजबूत करेंगी। यह सिर्फ एक plantation campaign नहीं, बल्कि women empowerment और sustainable future की ओर एक बड़ा कदम है।

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  • sirjppharmacycollege Logo

    एक लेखिका और रिपोर्टर के रूप में योजनाओं, शिक्षा, रोजगार, कर्मचारियों और सामाजिक विषयों से जुड़े मुद्दों पर सच और संवेदना के साथ लिखती हूँ। मेरी कोशिश  हर लेख पाठकों के दिल से जुड़े और उन्हें सोचने पर मजबूर कर दे।

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