देश की लाखों विधवा महिलाओं के लिए केंद्र सरकार की ओर से एक बड़ी और राहत भरी घोषणा सामने आई है। Widow Pension Scheme यानी विधवा पेंशन योजना के अंतर्गत मिलने वाली मासिक सहायता राशि को अब दोगुना कर दिया गया है। यह फैसला उन महिलाओं के लिए किसी नई रोशनी की तरह है, जो पति की मृत्यु के बाद जीवन की बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष कर रही थीं।
आखिर क्या है विधवा पेंशन योजना
यह योजना उन महिलाओं के लिए चलाई जाती है जिनके पति की मृत्यु हो चुकी है और जिनके पास कोई स्थायी आय का स्रोत नहीं है। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर इस योजना को संचालित करती हैं, और इसके तहत हर पात्र महिला को मासिक पेंशन दी जाती है। यह राशि सीधे महिला के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर होती है, ताकि वह अपनी बुनियादी जरूरतों को बिना किसी पर निर्भर हुए पूरा कर सके।
विधवा महिलाओं को कितनी मिलेगी पेंशन
पहले पेंशन की राशि राज्य सरकारों द्वारा तय की जाती थी, जो अधिकतर ₹500 से ₹1500 के बीच होती थी। लेकिन अब इसे बढ़ाकर ₹2000 से ₹3000 प्रति माह कर दिया गया है। कुछ राज्यों में यह बढ़ोतरी पहले ही लागू की जा चुकी है –
- उत्तर प्रदेश: पहले ₹500, अब ₹1000 प्रति माह
- दिल्ली: पहले ₹2500, अब ₹3000 प्रति माह
डबल पेंशन का क्या मतलब है
सरकार द्वारा पेंशन को double कर देने का मतलब यह है कि यदि पहले कोई महिला ₹500 पेंशन पा रही थी, अब उसे ₹1000 मिलेगी। इसी तरह, जिनको पहले ₹1000 मिलते थे, अब उन्हें ₹2000 तक की सहायता मिलेगी। इससे महिलाओं की आर्थिक स्थिरता मजबूत होगी और उन्हें dignified life जीने में मदद मिलेगी।
अगर आप भी इस योजना का लाभ पाना चाहते हैं तो ये कुछ शर्तों और जरूरी दस्तावेजों को पूरा करना जरूरी है:
इसे भी पढ़ें – मध्यप्रदेश के 5 जिलों का बदलेगा नक्शा, इन जिलों को मिलाकर बनाया जायगा महानगर
शर्त / दस्तावेज | विवरण |
---|---|
उम्र | न्यूनतम 18 वर्ष (कुछ राज्यों में 40 वर्ष) |
वैवाहिक स्थिति | विधवा होनी चाहिए, दोबारा विवाह न किया हो |
पारिवारिक आय | सालाना आय ₹1 लाख से कम |
जरूरी डॉक्युमेंट्स | आधार कार्ड, पति का मृत्यु प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र |
अन्य पेंशन | किसी अन्य सरकारी पेंशन का लाभ न ले रही हो |
आज जब समाज में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, तब भी कई विधवा महिलाएं अपने लिए दो वक्त की रोटी और दवाइयों के लिए तरसती हैं। सरकार का यह कदम उन्हें सिर्फ सहायता नहीं, सम्मान भी देगा। यह एक ऐसा फैसला है जो महिला सशक्तिकरण की ओर सच में एक मजबूत कदम है।
इसे भी पढ़ें – MP News: मध्यप्रदेश के 5 जिलों का बदलेगा नक्शा, इन जिलों को मिलाकर बनाया जायगा महानगर