MP News: वीरों की भूमि बुंदेलखंड आज एक बार फिर इतिहास की गूंज से गूंज उठा जब महाराजा छत्रसाल की 377वीं जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तीन दिवसीय विरासत महोत्सव का शुभारंभ किया। संस्कृति विभाग और महाराजा छत्रसाल स्मृति शोध संस्थान के सहयोग से आयोजित इस महोत्सव में मंच से मुख्यमंत्री ने वीर छत्रसाल की गाथा सुनाते हुए न केवल बुंदेल वीरों को नमन किया बल्कि विधवा महिलाओं के पुनर्विवाह को लेकर बड़ा ऐलान भी किया।
छत्रसाल की धरती पर पराक्रम को प्रणाम
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा – बुंदेलखंड की धरती रणबांकुरों की भूमि है। महाराजा छत्रसाल की लड़ाई सिर्फ ज़मीन की नहीं, देश के स्वाभिमान की थी। ऐसे महापुरुषों के बलिदान से ही हमारा वर्तमान गौरवशाली है। उन्होंने यह भी कहा कि महाराजा छत्रसाल, वीर शिवाजी, रानी दुर्गावती, रानी अवंतीबाई और देवी अहिल्याबाई होलकर जैसे योद्धा हमारे प्रेरणास्रोत हैं, जिनके पराक्रम और आदर्शों से हम आज भी सीख सकते हैं।
विधवा महिलाओं को मिलेगा दो लाख की सहायता
महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री ने “कल्याणी विवाह योजना” को लेकर एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा – अगर किसी बहन के जीवन में दुर्भाग्यवश सुहाग छिन गया है, तो उसे नई शुरुआत का हक़ है। हम ऐसी बहनों के पुनर्विवाह को न सिर्फ समर्थन देंगे बल्कि उन्हें ₹2 लाख की आर्थिक सहायता भी देंगे।
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जानिए कल्याणी विवाह योजना की पूरी डिटेल
मुख्यमंत्री कल्याणी विवाह योजना की शुरुआत 3 मई 2018 को हुई थी। इस योजना का उद्देश्य विधवा महिलाओं को पुनर्विवाह के लिए प्रेरित करना है। योजना की प्रमुख शर्तें –
- महिला की न्यूनतम आयु 18 वर्ष व पुरुष की 21 वर्ष होनी चाहिए।
- दोनों मध्यप्रदेश के मूल निवासी हों।
- महिला या उसका पति सरकारी सेवा में न हों।
- विवाह के एक वर्ष के भीतर आवेदन देना अनिवार्य है।
- विवाह का पंजीकरण आवश्यक है।
यह योजना सामाजिक न्याय विभाग द्वारा संचालित है, जिससे महिलाओं को एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन की ओर बढ़ाया जा सके।
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