मध्यप्रदेश भारत सरकार जहां गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के पोषण व स्वास्थ्य को लेकर लगातार योजनाएं ला रही है, वहीं अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत अब महिलाओं को न सिर्फ एक बार की सहायता बल्कि हर चरण पर सहयोग मिलेगा।
मुख्यमंत्री की इस नई घोषणा के अनुसार पहली संतान के जन्म पर ₹5000 और दूसरी संतान बेटी हो तो ₹6000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
मातृत्व की यात्रा को मिलेगा Support System
CM मोहन यादव का यह फैसला ना सिर्फ आर्थिक रूप से मददगार है, बल्कि यह एक socially empowering initiative भी है उन्होंने कहा एक मां के संघर्ष और समर्पण को समझते हुए हमारी सरकार ने यह निर्णय लिया है। यह योजना महिलाओं को मजबूती देने के साथ-साथ बेटियों के जन्म को भी प्रोत्साहित करेगी।
हर माह मिलता है आर्थिक मदद
भारत सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाएं गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही हैं। खासकर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) के अंतर्गत अब गर्भवती महिलाओं को तीन किस्तों में आर्थिक सहायता मिलती है –
- पहली किस्त: ₹1000 – गर्भवती महिला के रजिस्ट्रेशन के बाद दी जाती है।
- दूसरी किस्त: ₹2000 – जब महिला गर्भावस्था की जांच कराती है।
- तीसरी किस्त: ₹2000 – बच्चे के जन्म और प्राथमिक टीकाकरण के बाद मिलती है।
इस तरह एक महिला को कुल ₹5000 से लेकर ₹6000 तक की सहायता मिल सकती है जो पोषण, स्वास्थ्य जांच, और डिलीवरी जैसे खर्चों में मददगार है। इसी तरह किसी महिला का अगर एक बेटी पहले है और उसकी दोबारा में फिर एक बेटी पैदा होती है तो उस महिला को सरकार 5000 हजार की जगह 6000 रुपये देगी जो 2000 – 2000 की तीन किश्तों के रूप में महिला के बैंक खाते में भेजा जायगा।
कैसे करें आवेदन
इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रक्रिया बेहद सरल है नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र या स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर आवेदन करें या फिर pmmvy-cas.nic.in पर online आवेदन कर सकते हैं।
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मातृत्व को सम्मान देने की यह पहल केवल एक योजना नहीं बल्कि एक संवेदनशील सोच और सामाजिक बदलाव का हिस्सा है। मुख्यमंत्री मोहन यादव की यह घोषणा और भारत सरकार की योजनाएं मिलकर महिलाओं को मातृत्व के हर चरण में empowerment और dignity देती हैं।