भोपाल के जंबूरी मैदान में 31 मई को होने जा रहा देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन एक ऐतिहासिक पल बनने जा रहा है। इस बड़े आयोजन में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद शामिल होकर नारी शक्ति को संबोधित करेंगे। खास बात यह है कि इस मंच पर प्रधानमंत्री के साथ प्रदेश की महिला मंत्री भी विराजमान होंगी जो नारी नेतृत्व का एक मजबूत संदेश देंगी।
महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बनेगा मंच
महासम्मेलन के दौरान मंच की रचना अपने आप में खास होगी। मंच पर राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, दोनों उपमुख्यमंत्रीराजेंद्र शुक्ल और जगदीश देवड़ा, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल मौजूद रहेंगे।
लेकिन सबसे विशेष बात यह होगी कि महिला मंत्रियों को मंच पर सम्मानजनक स्थान दिया जाएगा। मंत्री संपतिया उईके, निर्मला भूरिया, प्रतिमा बागरी, राधा सिंह और भोपाल की महापौर मालती राय मंच पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठेंगी। इस पूरे आयोजन का संचालन महिला मंत्री कृष्णा गौर करेंगी, जो कि एक सकारात्मक संदेश देता है।
महिला प्रतिनिधित्व का अनूठा उदाहरण
इस महासम्मेलन में देवी अहिल्याबाई होल्कर की भव्य छवि के साथ कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के कट-आउट्स भी prominently नज़र आएंगे। यह दृश्य महिलाओं की विविध क्षेत्रों में भागीदारी और शक्ति का प्रतीक बनेगा।
16 जिलों की महिलाएं बनेंगी साक्षी
महिला महासम्मेलन में भाग लेने के लिए मध्यप्रदेश के 16 जिलों से करीब 2 लाख महिलाएं भोपाल पहुंचेंगी। उन्हें लाने के लिए करीब 5000 बसों की व्यवस्था की गई है। हर जिले से महिलाओं का समूह सजी-धजी साड़ियों, पारंपरिक राजपूती पोशाक, आदिवासी परिधान और मराठी साड़ियों यानी एक रंग-बिरंगा भारत नजर आएगा।
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1250 से 3000 रुपये महीने का हो सकता है बड़ा ऐलान
कल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भोपाल के जंबूरी मैदान में आ रहे हैं जहाँ लाड़ली बहनों का पूरा समूह मौजूद रहेगा इसलिए उम्मीद यही किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोहन यादव लाड़ली बहनों के लिए कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं जिससे लाड़ली बहनों को जिंगदी में और सुधार हो सके। इसके लिए उम्मीद की जा रही है कि लाड़ली बहनों क किस्तों की राशि बढ़ाई जा सकती है।
ट्रैफिक और सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था
महिलाओं की इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने advance planning कर ली है। पार्किंग से लेकर रूट और डायवर्सन तक की पूरी रूपरेखा तैयार है, ताकि कार्यक्रम स्थल तक आने-जाने में किसी को कोई परेशानी न हो। कार्यक्रम के संचालन के लिए 1550 महिला कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है।
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