Tata Motors – सोमवार को Tata Motors के शेयरों में 4.6% की गिरावट देखने को मिली और ये ₹679.65 पर ट्रेड कर रहे थे। कंपनी Nifty 50 और Nifty 500 दोनों में टॉप लॉसर्स में शामिल रही, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।
टाटा मोटर्स की ब्रिटिश यूनिट Jaguar Land Rover (JLR) इस वित्तीय वर्ष में उम्मीद से कम प्रदर्शन कर रही है। बीते वित्तीय वर्ष में कंपनी ने 8.5% का EBIT मार्जिन दर्ज किया था लेकिन 2026 के लिए कंपनी का लक्ष्य केवल 5% से 7% के बीच रहने की उम्मीद है। ये आंकड़े उन निवेशकों के लिए चिंता का विषय हैं, जो टाटा मोटर्स में JLR के योगदान को लेकर आशान्वित थे।
फ्री कैश फ्लो भी पहुंचा ‘लगभग जीरो’ पर
पिछले वित्तीय वर्ष में JLR ने £1.5 बिलियन का Free Cash Flow दर्ज किया था लेकिन मौजूदा वित्तीय वर्ष में ये आंकड़ा ‘लगभग शून्य’ तक गिर चुका है। कंपनी की मैनेजमेंट टीम का कहना है कि वे FY 2027 और FY 2028 से कैश फ्लो में सुधार लाने की योजना पर काम कर रहे हैं। वहीं भविष्य में फिर से 10% EBIT मार्जिन हासिल करने का लक्ष्य भी रखा गया है फ़िलहाल उसके लिए कोई ठोस टाइमलाइन अभी सामने नहीं आई है।
टाटा मोटर्स की कमाई में JLR की बड़ी हिस्सेदारी
FY 2025 में JLR ने टाटा मोटर्स की कुल 71% रेवेन्यू और 80% प्रॉफिटबिलिटी में योगदान दिया। हालांकि प्रति यूनिट रेवेन्यू £70,000 से ऊपर बना रहा जिसमें कोई खास वृद्धि नहीं हुई।
ट्रेड डील और टैक्स में राहत की उम्मीद
टैक्स को लेकर कंपनी अभी भी Trump Administration से बातचीत कर रही है। अगर UK-US ट्रेड डील सफल होती है, तो मौजूदा 27.5% टैरिफ में कटौती की उम्मीद है। हालांकि, Slovakia पर अभी भी वही टैरिफ लागू रहेगा, जिससे वहां के ऑपरेशन पर असर पड़ सकता है।
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FY 2025 के दौरान प्रीमियम सेगमेंट में चुनौतीपूर्ण हालात के बावजूद JLR ने बाज़ार को पीछे छोड़ते हुए मई में No.1 पोजीशन बनाए रखी। यह दर्शाता है कि कंपनी की ब्रांड वैल्यू अब भी काफी मजबूत है।
JLR अब चीन में अपनी ग्रोथ को बढ़ाने के लिए Freelander ब्रांड को JV के जरिए लाइसेंस करने जा रही है। इसकी पहली यूनिट इस वित्तीय वर्ष की दूसरी छमाही में लॉन्च होने की उम्मीद है।