NEET UG 2025: 4 मई को आयोजित NEET UG 2025 की परीक्षा का परिणाम जल्द ही जारी होगा, लेकिन इस बार बात अलग है, परीक्षा बहुत कठिन थी, इसलिए साफ इशारा है कि कटऑफ और क्वालीफाई रेट दोनों में गिरावट देखने को मिलेगी। परीक्षा में बैठे 23 लाख उम्मीदवारों में से बहुत कम उड़ान भर पाए और एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि कटऑफ पिछले साल से करीब 30 अंक तक नीचे आ सकती है।
देखें पेपर कितना टफ था और क्यों घटेगी कटऑफ?
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) के मुताबिक, इस बार NEET का पेपर बेहद मुश्किल था—इतना कि कई शिक्षाविद इसे इतिहास का सबसे कठिन कहते हैं। देशभर से आए छात्रों और शिक्षकों की प्रतिक्रियाएं भी यही संकेत दे रही हैं। जो छात्र एक लाइन तक न सही, लेकिन पूरी पढ़ने-समझने के बाद भी परीक्षा के बयान लिखने में असमर्थ रहे—उनकी संख्या बहुत थी। ऐसे में पिछले साल की 162/720 वॉल्यूम की तुलना में CUT-OFF में लगभग 30 अंक की गिरावट आना स्वाभाविक है।
कैटेगरी वाइज कटऑफ
एक्सपर्ट अपना कल के संपादक उदय पटेल बताते हैं कि पिछले साल कटऑफ 162 थी। इस बार कुल मिलाकर कटऑफ 105–110 हो सकती है। एससी/एसटी कैटेगरी में यह कटऑफ 20–25 अंक तक नीचे गिरकर लगभग 100–110 तक आ सकती है, क्योंकि पेपर की कठिनाई अपेक्षाकृत ज्यादा थी और ओब्जेक्टिव रैंकिंग में असर दिखेगा।
इतने प्रतिशत घाट सकता हैक्वालीफाई
NEET UG में करीब आधे उम्मीदवारों को ही क्वालीफाई माना जाता है। पिछले छह साल में यह रेट 48–55% के बीच रहा है—2023 में 54.9%, 2024 में 54.7% तक। मुश्किल पेपर की वजह से इस बार यह लगभग 12.5 लाख उम्मीदवार, यानी लगभग 50–52% के स्तर पर ही रह सकता है। यह वह सीमा होगी जहाँ छात्र काउंसेलिंग के हकदार बनेंगे।
टॉपर्स के रुझान: क्या संभव है?
उदय पटेल का मानना है कि पेपर की कठिनता की वजह से इस बार परफेक्ट स्कोर (720/720) लगभग संभव नहीं है। इस बार टॉपर्स 680–700 अंक तक रह पाएंगे, क्योंकि प्रश्नपत्र पूरे जोश में हल करना भी चुनौतिपूर्ण था। देश में अभी तक कोई उम्मीदवार यह दावा नहीं कर पया कि उसने पूरे पेपर को सॉल्व कर लिया, और प्रश्नों की समीक्षा में भी कई फैकल्टी को दिक्कतें आईं।
NTA की बोर्डरूम में फाइनल अनुमान और कानूनी प्रक्रिया
NTA ने 3 जून को प्रॉविजनल आंसर की जारी की, जिसमें उम्मीदवारों को आपत्ति दर्ज करने का वक्त दिया गया। इसमे उच्चत्तम आयोग की चर्चा भी आती है। 5 जून तक आपत्तियों का निस्तारण कर लिया गया और अब NTA परिणाम तैयार कर रही है। फिलहाल मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में 75 छात्रों के मामले लंबित हैं, उनके रिजल्ट फ्रीज़ हैं। बाक़ी उम्मीदवारों के लिए रिजल्ट 10–14 जून के आसपास आ सकता है।
कई छात्र हल्के-फुल्के फेरफार की उम्मीद कर रहे हैं—कुछ का कहना है, “इतनी मेहनत के बाद अबपर संतोष चाहिए।” जबकि कईयों को डिजिटल तकनीक और समय की कमी से अफसोस है, “कुछ सवाल ऐसे थे, जो पढ़े तक नहीं गए।” कई अभिभावकों ने सरकार से यह पूछा, “जिसे तैयार हुआ हो, उसे प्राथमिकता क्यों नहीं मिले?” अब सवाल यही है कि काउंसलिंग में कटऑफ गिरने की वजह से अधिक सीट उपलब्ध होंगी तो नई उम्मीदों की राह खुलेगी।
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अब छात्र क्या करें?
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रिजल्ट आने के साथ स्कोर और रैंक समझ लें
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कैटेगरी वाइज कटऑफ और मॉक सीट-रोल पर रिसर्च करें
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MCC की साइट पर रजिस्ट्रेशन और काउंसलिंग तैयारी प्रारंभ करें
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गलतियों या आपत्तियों के लिए NTA की वेबसाइट पर रिमेड़ी देखें
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