मध्यप्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक साबित हो चुकी लाड़ली बहना योजना ने आज 25 महीने पूरे कर लिए हैं। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी बहनों को बधाई दी है और इस योजना को महिला आत्मनिर्भरता, आत्मसम्मान और सामाजिक सुरक्षा का प्रतीक बताया।
लाड़ली बहना योजना की शुरुआत और विकास
लाड़ली बहना योजना की शुरुआत 10 जून 2021 को हुई थी। पहले चरण में महिलाओं को 1000 रुपये प्रतिमाह की सीधी आर्थिक सहायता दी गई। फिर 2022 में इसका विस्तार किया गया ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं लाभान्वित हो सकें।
आज, 10 जून 2025 को यह योजना 25 महीने पूरे कर चुकी है — जिसे सिल्वर जुबली के रूप में मनाया जा रहा है।
25 महीने में 25 बदलाव महिलाओं ने रचा इतिहास
आर्थिक सहायता और आत्मनिर्भरता
हर महीने दी जाने वाली ₹1000 की सीधी मदद ने लाखों महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता दी है। छोटे-मोटे खर्चों से लेकर घरेलू निर्णयों तक, महिलाएं अब आत्मनिर्भर बन रही हैं।
स्वाभिमान और निर्णय क्षमता में वृद्धि
महिलाएं अब परिवार और समाज में निर्णय लेने की भूमिका निभा रही हैं। यह योजना सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि भावनात्मक और सामाजिक बदलाव भी लेकर आई है।
1250 रुपए तक की सहायता
कुछ जिलों में महिलाओं को अब ₹1250 तक की सहायता मिलने लगी है, जिससे उनकी जीवनशैली में और सुधार देखा जा रहा है।
स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा
योजना से जुड़ी महिलाएं अब स्वयं सहायता समूहों का हिस्सा बन रही हैं, जिससे उनका रोज़गार और सामाजिक संवाद दोनों बढ़ा है।
सामाजिक सुरक्षा का नया मॉडल
अचानक आई आर्थिक विपत्ति में यह योजना महिलाओं के लिए एक मजबूत सहारा बनी है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का संदेश
शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर सभी बहनों को सिल्वर जुबली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा कि “लाड़ली बहना योजना ने मध्यप्रदेश की बेटियों को न सिर्फ आत्मनिर्भर बनाया है, बल्कि उन्हें सम्मान और सुरक्षा की नई पहचान दी है।”
उन्होंने यह भी कहा कि इस योजना ने महिलाओं के जीवन में “आर्थिक से लेकर सामाजिक हर स्तर पर क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं। शिवराज सिंह चौहान का ट्वीट हमनें नीचे आपकी सुविधा के लिए साझा किया हुआ है आप उसे भी देख सकते हैं।
आज का दिन महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक है। 10 जून, 2023 को ही मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की पहली किश्त हमारी बहनों के खातों में पहुँची थी।
यह सिर्फ आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि आत्मसम्मान, आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान की ओर बढ़ाया गया एक सशक्त कदम था।
मेरी सभी लाड़ली… pic.twitter.com/DYkMDHHk6p
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 10, 2025
लाड़ली बहना योजना के तीन चरणों में बदलाव
वर्ष | बदलाव/ विकास |
---|---|
2021 | पहली किश्त ₹1000 |
2022 | दूसरा चरण शुरू |
2023-25 | योजना की निरंतरता |
लाड़ली बहना योजना का प्रभाव
-
1.35 करोड़ से अधिक महिलाएं लाभान्वित
-
10,000+ स्वयं सहायता समूह सक्रिय
-
₹15,000 करोड़ से अधिक का वितरण अब तक
-
85% महिलाएं खुद निर्णय लेने लगीं हैं।
यह भी पढ़ें – मध्य प्रदेश में खुलेगा नया टेक्सटाइल पार्क: हजारों को मिलेगा रोजगार, कपड़ा उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
महिला सशक्तिकरण की एक मिसाल
लाड़ली बहना योजना ने मध्यप्रदेश की महिलाओं को न सिर्फ आर्थिक सहायता दी है, बल्कि एक नई पहचान, साहस, और सम्मान भी दिया है। इसकी सिल्वर जुबली केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि एक आंदोलन की सफलता है — जो महिलाओं को आत्मनिर्भर, सम्मानजनक और सक्षम बना रहा है।
अब इंतजार है 25वीं किश्त का, जो 10 जून 2025 को बहनों के खातों में पहुंच जाएगी। यह सिर्फ एक राशि नहीं, बल्कि राज्य की हर बहन के सपनों में उड़ान भरने की शक्ति है।
यह भी पढ़ें – MP News: मध्य प्रदेश सरकार ने तुअर दाल से हटाया मंडी टैक्स, किसानों, व्यापारियों और दाल मिल उद्योग को मिलेगा बड़ा लाभ
Maninay cm sahab Mera apse nivedan h ki jin bahno ko is yojna ka labh milna chahiye unhe ye labh ni mil pa Raha h qki kisi karanvash sarver problem ke karan kuch ladies apna Ladli bahna ka form ni bhar pai h to krupiya karke unke liye ek baar fir se ladki bahna ka portal chalu karwa dijiye aap is rashi ko bada rahe h acchi baat h per apki un bahno ke bare me bhi jara sochiye cm sahab
Thx