MP Surya Ghar Yojana: मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है। अब खेती के लिए सोलर पंप खरीदना और भी आसान हो गया है। प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना के तहत सरकार किसानों को सौर ऊर्जा अपनाने पर भारी सब्सिडी और बैंक गारंटी दे रही है। इस योजना से खेती की लागत घटेगी और किसानों को बिजली की चिंता भी नहीं करनी पड़ेगी।
प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना 2025
इस नई प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना का उद्देश्य किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि खेती के लिए बिजली की निर्भरता कम हो सके। इस योजना के तहत सोलर पंप की कुल लागत का 30% अनुदान केंद्र सरकार देगी और 65% राशि पर बैंक लोन मिलेगा, जिसकी गारंटी और भुगतान राज्य सरकार करेगी। किसानों को केवल 5% से 10% तक राशि देना होगा।
मतलब अगर कोई किसान 3 हॉर्सपावर तक का पंप लगाता है तो उसे सिर्फ 5% और अगर उससे बड़ा पंप है तो 10% तक ही अपनी जेब से देना होगा। बाकी सारा खर्च सरकार उठाएगी। इससे किसानों को बिजली भी मिल जाएगी और फसल की सिंचाई भी बिना किसी समस्या से कर पाएंगे।
इन किसानों को मिलेगा पहले चरण में लाभ
प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना को 2028 तक लागू किया गया है। पहले चरण में 1.5 लाख किसानों को सोलर पंप दिए जाएंगे। इन किसानों का चयन इस आधार पर किया जाएगा जो किसान हर सीजन में अस्थायी बिजली कनेक्शन लेते हैं। जिन्हें बिजली के लिए ज्यादा पैसा चुकाना पड़ता है। सरकार का उद्देश्य ऐसे किसानों को स्थायी समाधान देना है ताकि उन्हें बार-बार बिजली कनेक्शन के झंझट से न गुजरना पड़े। और महंगे बिजली दामों से भी किसानों को राहत मिले।
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ऊर्जा विभाग के अनुसार, एक सोलर पैनल 330 दिन सालाना और रोजाना औसतन 8 घंटे बिजली पैदा करता है। खेती में बिजली की ज़रूरत साल में लगभग 150 दिनों तक ही होती है। बाकी बचे समय में सोलर पंप की ऊर्जा का उपयोग इन कामों में किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना के तहत अगर सोलर पैनल लगाया जाता है तो आप कई तरह के विभिन्न कार्यों में इसका उपयोग कर सकते हैं जैसे – आटा चक्की चलाने, कोल्ड स्टोरेज में उपयोग, बैटरियां चार्ज करने में, सोलर ड्रायर आदि के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है। इससे किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी और गांवों में छोटे उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।
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योजना की पारदर्शिता और टेक्नोलॉजी
मध्य प्रदेश सरकार ने इस योजना को पारदर्शी बनाने के लिए हर सोलर पंप पर एक QR कोड लगाने का निर्णय लिया है। इसे स्कैन करके किसान या अधिकारी पंप की जानकारी, योजना की स्थिति और अन्य विवरण स्कैन करके आसानी से देख सकते हैं।
इससे भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी और योजना की निगरानी में सुधार होगा। साथ ही, इस योजना को ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिस्टम जैसी दूसरी सरकारी योजनाओं से भी जोड़ा जाएगा ताकि सिंचाई के लिए पानी और बिजली दोनों का सही उपयोग हो सके।
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मुझे लगता है कि यह योजना वास्तव में किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है। खासकर छोटे और सीमांत किसानों के लिए यह योजना बिजली और पैसा दोनों की बचत करेगी। गांवों में रहने वाले कई लोगों का कहना है कि पहले उन्हें साल में 2-3 बार अस्थायी बिजली कनेक्शन के लिए लाइन में लगना पड़ता था। लेकिन अब अगर उनके पास अपना सोलर सिस्टम होगा तो ये परेशानी खत्म हो जाएगी।
किसानों को चाहिए कि वे इस योजना का लाभ उठाएं और भविष्य के लिए तैयार रहें जहां खेती भी स्मार्ट हो और किसान भी आत्मनिर्भर। अगर आप भी ऐसी ही खेती किसानी, देश, सरकारी योजनाओं की खबरें पढ़ना चाहते हैं, तो sirjppharmacycollege.com से जुड़े रहें। इस खबर पर आपकी क्या राय है, नीचे कमेंट में ज़रूर बताएं!
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