मध्यप्रदेश अब सिर्फ धार्मिक नगरी ही नहीं रहा अब ये ‘एडवेंचर टूरिज्म’ का भी नया हब बनने जा रहा है सोचिए ज़रा जब आप किसी शांत पहाड़ी गांव में हों और आसमान से एक हेलीकॉप्टर उतरे वो आपको सीधे जंगल की गहराइयों में बाघों की धरती पर लेकर जाए जी हां अब ऐसा मुमकिन होगा। राज्य सरकार ने तय कर लिया है टाइगर रिजर्व तक हवाई पहुंच बनानी है ये सिर्फ एक योजना नहीं बल्कि एमपी के टूरिज्म को एक नई ऊंचाई पर ले जाने की तैयारी है।
जंगल हेलीकॉप्टर और टूरिज़्म का नया कनेक्शन
पर्यटन मंत्री के मुताबिक अब बांधवगढ़, कान्हा, पेंच जैसे प्रमुख टाइगर रिजर्व को हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़ने की योजना पर काम शुरू हो चुका है। टेंडर की प्रक्रिया जारी है और जल्दी ही पर्यटक देश-विदेश से सीधे जंगल सफारी के लिए हेलीकॉप्टर में सवार हो सकेंगे। 2024 में ही 13 करोड़ 41 लाख से ज़्यादा पर्यटक मध्य प्रदेश पहुंचे। ये आंकड़े साफ कहते हैं कि MP टूरिज्म की उड़ान अब थमने वाली नहीं।
देखिये कैसे बांटा गया है हवाई रूट
सरकार ने हेलीकॉप्टर सेवा के लिए पूरे प्रदेश को 3 सेक्टर में बांटा है जिसे आप नीचे दिए बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते हैं –
सेक्टर 1: इंदौर, उज्जैन, ओंकारेश्वर, भोपाल, मांडू, महेश्वर, बुरहानपुर
सेक्टर 2: भोपाल, मढ़ई, पचमढ़ी, सांची, दतिया
सेक्टर 3: जबलपुर, बांधवगढ़, कान्हा, पेंच, खजुराहो, डिंडोरी, रीवा, अमरकंटक
गांवों में ‘Home Stay’ का नया कल्चर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक नया कदम उठाया है 121 गांवों में 241 आलीशान होम-स्टे शुरू हो चुके हैं। होम-स्टे का ये कॉन्सेप्ट सिर्फ रहने का विकल्प नहीं है बल्कि ये भारतीय संस्कृति का “अतिथि देवो भवः” रूप है जहां मेहमान सिर्फ कमरे नहीं बल्कि परंपराएं, गीत-संगीत और देशी स्वाद लेकर लौटेंगे।
1000 होम-स्टे का लक्ष्य
राज्य सरकार ने ऐलान किया है कि प्रदेश में जल्द ही 1000 होम स्टे तैयार होंगे। बांधवगढ़, कान्हा, पेंच जैसे बड़े नेशनल पार्क के आसपास ये होम-स्टे बनाए जा रहे हैं ताकि पर्यटक न सिर्फ जंगल सफारी का मज़ा लें बल्कि ग्रामीण भारत की खूबसूरती भी महसूस करें।
इसे भी पढ़ें – कैसे ‘अपना कल’ आम जनता को सरकारी योजनाओं और मध्य प्रदेश की सही जानकारी देता है?”
विदेशी पर्यटकों की भी पहली पसंद बन रहा है MP
MP के ओरछा खजुराहो, ग्वालियर जैसे ऐतिहासिक शहरों में विदेशी पर्यटकों की भीड़ बढ़ रही है। इन जगहों को हेलीकॉप्टर कनेक्टिविटी से जोड़ने के बाद निश्चित ही टूरिज्म इंडस्ट्री को एक नया बूस्ट मिलेगा। हेलीकॉप्टर सेवा, आलीशान होम-स्टे और सांस्कृतिक अनुभव मध्यप्रदेश अब टूरिज्म में सिर्फ आगे नहीं सबसे आगे दिखना चाहता है।